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|रचनाकार=[[ओम प्रकाश नदीम]]
|प्रकाशक=
|वर्ष= 20022016
|भाषा=हिन्दी
|विषय=ग़ज़लें
|विविध=--
}}
* [[आग लगने से धुआँ माहौल पर छाया तमाम हवा बन कर तुम्हारी ख़ुश्बू को फैला दिया हमने / ओम प्रकाश नदीम]]* [[इस क़दर अन्देशा-ए-वह्म-ओ-गुमाँ देखा न था क्या कहा मुश्किल में राहत का नहीं होता वजूद / ओम प्रकाश नदीम]]