भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

अपने तड़पने की / मीर तक़ी 'मीर'

28 bytes added, 20:11, 5 सितम्बर 2008
|रचनाकार=मीर तक़ी 'मीर'
}}
[[Category:ग़ज़ल]]
अपने तड़पने की मैं तदबीर पहले कर लूँ<br>
तब फ़िक्र मैं करूँगा ज़ख़्मों को भी रफू का<br><br>