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गाँधी बाबा / अमरेन्द्र

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अलगे-अलग बजावै बीन
बच्चा कहैµनै कहै-नै सोना-चाँदी
सबसें बड़ोॅ महात्मा गाँधी ।
धुम्मा
एत्तेॅ केना मोटावै छै
थुलथुल धुम्माँ आवै छै
माथोॅ दूधोॅ के चुक्का रं
केकरो-केकरो हुक्का रं
पेट भोजोेॅ के हड़िया रं
माथोॅ लगै छै कुढ़िया रं
 
मिनिर-मिनिर की गावै छै
थुलथुल धुम्माँ आवै छै ।
 
गोड़ उठै छै थुबुक-थुबुक
चिड़ियैं नाँखी फुदुक-फुदुक
पिन्हलेॅ छेलै नया खड़ाम
धुम्माँ गिरलै चित्त धड़ाम
 
कुरल्होॅ जाय नेंगचावै छै
थुलथुल धुम्माँ आवै छै ।
</poem>
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