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गँग
,/* अब्दुर्रहीम ख़ानख़ाना की प्रशंसा में लिखे गए छंद= */
* [[माता कहे मेरो पूत सपूत / गँग]]
* [[एक बुरो प्रेम को पंथ / गँग]]
====[[रहीम|अब्दुर्रहीम ख़ानख़ाना]] की प्रशंसा में लिखे गए छंद=====
* [[नवल नवाब खानख़ाना जू तिहारी त्रास / गँग]]
* [[हहर हवेली सुनि सटक समरकंदी / गँग]]