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जी में आया है, मुझे आज वो, कर जाने दे
अपनी ज़ुल्फ़ें मेरे शानों पे बिख़र जाने दे
मुझसे पहले मेरे आने की ख़बर जाने दे
हुस्न कलियों का ज़रा और निखर जाने दे
अक्स आँखों से, मेरे दिल में उतर जाने दे
आज, अरमानों की कश्ती को, 'भंवर' जाने दे
तुझ से मैं रह के जुदा, ज़िन्दगी कैसे कर लूँ
जान भी, जिस्म से, ऐ जाने जिगर, जाने दे
रूठे दिलबर को यक़ीनन ही मना लेगा मनाएगा 'रक़ीब'फूटी तक़दीर तो एक बार बस ज़रा उसके मुक़द्दर को संवर जाने दे
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