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* [[शम्मअ़-ए-अन्जुमन / क़तील]]
* [[निगाहों में ख़ुमार आता हुआ महसूस होता है / क़तील]]
* [[दुनिया ने हम पे जब कोई इल्ज़ाम रख दिया / क़तील]]
* [[तुम्हारी अंजुमन से उठ के दीवाने कहाँ जाते / क़तील]]
* [[यह मोजज़ा भी मुहब्बत कभी दिखाए मुझे / क़तील]]
* [[धूप है रंग है या सदा है / क़तील]]
* [[नामाबर अपना हवाओं को बनाने वाले / क़तील]]
* [[पत्थर उसे न जान पिघलता भी देख उसे / क़तील]]
* [[दिल को ग़मे-हयात गवारा है इन दिनों / क़तील]]