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रिमझिम-रिमझिम घन घिर अइहो
मोरी जमुना जुड़इहें ना । ना।
मद्धिम-मद्धिम जल बरसइहो
मोरी जमुना अघइहें ना । ना।
कदम के नीचे श्याम खड़े हैं
हौले-हौले पवन चलइहो
मोरी जमुना लहरिहें ना । ना।
रिमझिम-रिमझिम घन घिर अइहो
झिर-झिर झिर-झिर बुन्द गिरइहौ
मोरी जमुना नहइहें ना । ना।
रिमझिम-रिमझिम घन घिर अइहो
मोरी जमुना जुड़इहें ना । ना।
</poem>