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Kavita Kosh से
/* कुछ प्रतिनिधि रचनाएँ */
* [[जो प्यार कर गए वो लोग और थे / संतोष आनन्द]]
* [[लोगों ने मुझे लूटा है मेहमान बना के / संतोष आनन्द]]
* [[पानी रे पानी तेरा रंग कैसा / संतोषानन्द]]