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केतना डाकू पहुँच गये संसद के रस्ते दिल्ली मा
लोकतंत्र के नाम पे देश मा लूटतंत्र कै राज चलै
चम्बल मा जौ रहत रहे अब ऊ बसते हैं बसते दिल्ली मा
बहन-बेटियाँ नाय सुरक्षित बनीं खिलौना दिल्ली मा
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