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जिसको लिए गोद में सागर,
हिम-किरीट शोभित है सर पर ।पर।
जहाँ आत्म-चिन्तन था घर-घर,
पूरब-पश्चिम दक्षिण-उत्तर ।।उत्तर॥ जहाँ से फैली ज्योति महान ।महान। हमारा प्यारा हिन्दुस्तान ।।हिन्दुस्तान॥
जिसके गौरव-गान पुराने,
जिसके वेद-पुरान पुराने ।पुराने।
सुभट वीर-बलवान पुराने,
भीम और हनुमान पुराने ।।पुराने॥ जानता जिनको एक जहान ।जहान। हमारा प्यारा हिन्दुस्तान ।।हिन्दुस्तान॥
जिसमें लगा है धर्म का मेला,
ज्ञात बुद्ध जो रहा अकेला ।अकेला।
खेल अलौकिक एक सा खेला,
सारा विश्व हो गया चेला ।।चेला॥ मिला गुरु गौरव सम्मान ।सम्मान। हमारा प्यारा हिन्दुस्तान ।।हिन्दुस्तान॥
गर्वित है वह बलिदानों पर,
खेलेगा अपने प्रानों पर ।पर।
हिन्दी तेगे है सानों पर,
हाथ धरेगा अरि कानों पर ।।पर॥ देखकर बाँके वीर जवान ।जवान। हमारा प्यारा हिन्दुस्तान ।।हिन्दुस्तान॥
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