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जब तेरा हुक्म मिला / अहमद नदीम क़ासमी
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13:53, 11 फ़रवरी 2017
तुझ से किस तरह मैं इज़्हार-ए-तमन्ना करता
लफ़्ज़ सूझा तो
मुआ
मआ
'नी ने बग़ावत कर दी
मैं तो समझा था कि लौट आते हैं जाने वाले
Sharda suman
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