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}} {{KKAnthologyGandhi}}
*[[उस दिन बोधि-वृक्ष के नीचे एक अबोध-हृदय आया,, / गुलाब खंडेलवाल]]*[[अंधकार-युग वह भारत का जब जातीय ज्योति थी क्षीण / गुलाब खंडेलवाल]]
*[[गलने लगा हिमालय लज्जा से सागर चिंघाड़ रहा / गुलाब खंडेलवाल]]
*[[तुमने जीवन दिया हमें, हम तुम्हें मृत्यु दे बैठे आप; / गुलाब खंडेलवाल]]
*[[ठोकर खा गिर पडी, मनुजते! कौन अश्रुकण पोंछे आज / गुलाब खंडेलवाल]]
*[[बापू की पद-चिह्न-पंक्ति-सी मिट न सकेगी धरती पर / गुलाब खंडेलवाल]]
*[[बोल 'महात्मा गाँधी की जय' छोड़ दिये कितनों ने प्राण, / गुलाब खंडेलवाल]]
*[[भारत मेरे स्वप्नों का वह, जिसमें सब समान, सब एक, / गुलाब खंडेलवाल]]
*[[राजा राम अयोध्या के थे! हुए विदा जो उसको छोड़ / गुलाब खंडेलवाल]]