भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
Changes
Kavita Kosh से
'{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=रचना शेखावत |अनुवादक= |संग्रह=थार-...' के साथ नया पृष्ठ बनाया
{{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=रचना शेखावत
|अनुवादक=
|संग्रह=थार-सप्तक-3 / ओम पुरोहित ‘कागद’
}}
{{KKCatKavita}}
{{KKCatRajasthaniRachna}}
<poem>
एक सौरम सायबा
थारै म्हारै बिचाळै
एक सौरम सायबा
आंगणियै रमतां टाबरियां में।
एक सौरम
जी सा, बूजीसा रै पागै खन्नै
जी आंगणों, सोनै री माटी
च्यानणैं न्हायोड़ो
म्हारो तो
ओ ई बगीचो है।
</poem>
{{KKRachna
|रचनाकार=रचना शेखावत
|अनुवादक=
|संग्रह=थार-सप्तक-3 / ओम पुरोहित ‘कागद’
}}
{{KKCatKavita}}
{{KKCatRajasthaniRachna}}
<poem>
एक सौरम सायबा
थारै म्हारै बिचाळै
एक सौरम सायबा
आंगणियै रमतां टाबरियां में।
एक सौरम
जी सा, बूजीसा रै पागै खन्नै
जी आंगणों, सोनै री माटी
च्यानणैं न्हायोड़ो
म्हारो तो
ओ ई बगीचो है।
</poem>