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* [[कभी मुँह गुस्से से होता लाल / बाबू महेश नारायण]]
* [[दिल में उसके थी एक अजब हलचल / बाबू महेश नारायण]]
* [[मिलते थे जवाब दिल में उसके / बाबू महेश नारायण]]* [[एक ज़ानू उठाए एक गिराए / बाबू महेश नारायण]]* [[सीने की धड़क से / बाबू महेश नारायण]]* [[थी वह अबला अकेली उस वन में / बाबू महेश नारायण]]* [[घन्टों रही बैठी इस तरह वह / बाबू महेश नारायण]]* [[क्या है यह अहा हिन्द की ज़मीन / बाबू महेश नारायण]]* [[यां तो वे वज़ह लड़ाई नहीं होती होगी? / बाबू महेश नारायण]]* [[सच है यह, प-ऐ मैं बकती क्या हूँ? / बाबू महेश नारायण]]* [[देर तक यह पड़ी रही यों ही / बाबू महेश नारायण]]* [[ज़िन्दा मुर्दा की तरह पड़ी थी / बाबू महेश नारायण]]* [[अवश्य नयन स्वप्न ही में थी टेढ़ी / बाबू महेश नारायण]]* [[दरख़्तों को फिर वह सुनाने लगी / बाबू महेश नारायण]]* [[उस दिन से हुई गले की उसकी मैं हार / बाबू महेश नारायण]]* [[रोने लगी कहके यह, वह अबला / बाबू महेश नारायण]]* [[फिर कहने लगी सुनो दरख़्तो! / बाबू महेश नारायण]]* [[दिनों तीन चार पाई पड़ी / बाबू महेश नारायण]]