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{{KKRachna
|रचनाकार=विद्यासागर शर्मा
|अनुवादक=
|संग्रह=थार-सप्तक-7 / ओम पुरोहित ‘कागद’
}}
{{KKCatKavita}}
{{KKCatRajasthaniRachna}}
<poem>
(7)
गांव स्यूं शहर में आयी जणा ताई
पाड़ोसन स्यूं कुकिंग री किताब मांग ल्याई
लाग्यो नयो रोग
करण ने प्रयोग
काकडिय़ै में गेर्या करती टमाटर री खटाई।
(8)
आर.एम.पी. डाक्टर होया करतो 'निक्को'
आरबार गावां रै मैं चाल्या करतो सिक्को
स्टोव नई बाळतो
स्रिंज नीं उबाळतो
फाउंटैन पैन सूं ई लगा देतो टिक्को।
(9)
सब्जी रो ठेलो आतो जणा मिसेज 'नाजर'
सात टाबरां री टोळी ले'र होती हाजर
सब्जी जणा छांटती
बच्चां नै नीं डांटती
सातूं टाबर चाब जाता किल्लो किल्लो गाजर।
</poem>
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|रचनाकार=विद्यासागर शर्मा
|अनुवादक=
|संग्रह=थार-सप्तक-7 / ओम पुरोहित ‘कागद’
}}
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<poem>
(7)
गांव स्यूं शहर में आयी जणा ताई
पाड़ोसन स्यूं कुकिंग री किताब मांग ल्याई
लाग्यो नयो रोग
करण ने प्रयोग
काकडिय़ै में गेर्या करती टमाटर री खटाई।
(8)
आर.एम.पी. डाक्टर होया करतो 'निक्को'
आरबार गावां रै मैं चाल्या करतो सिक्को
स्टोव नई बाळतो
स्रिंज नीं उबाळतो
फाउंटैन पैन सूं ई लगा देतो टिक्को।
(9)
सब्जी रो ठेलो आतो जणा मिसेज 'नाजर'
सात टाबरां री टोळी ले'र होती हाजर
सब्जी जणा छांटती
बच्चां नै नीं डांटती
सातूं टाबर चाब जाता किल्लो किल्लो गाजर।
</poem>