भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

भलो मिनख / ॠतुप्रिया

413 bytes added, 10:34, 8 जुलाई 2017
'{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=ॠतुप्रिया |अनुवादक= |संग्रह=सपनां...' के साथ नया पृष्ठ बनाया
{{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=ॠतुप्रिया
|अनुवादक=
|संग्रह=सपनां संजोवती हीरां / ॠतुप्रिया
}}
{{KKCatKavita}}
{{KKCatRajasthaniRachna}}
<poem>
पतळै तोवै दांईं
हुवै
भलौ मिनख

पल में तातौ
अर
पल में ठंडौ।
</poem>
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader
8,152
edits