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बाळपणो / ॠतुप्रिया

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|संग्रह=सपनां संजोवती हीरां / ॠतुप्रिया
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<poem>
म्हूं छोटी थकां
बाळपणै में
घणी बार

माथै में टिकी
आंख्यां में काजळ
होटां माथै
लिपस्टिक लगा’र
मा री चुन्नी नै
पैर’र साड़ी दांईं
खुड़ी हुज्यांवती
दुराजै कन्नै

पछै बंटावती ध्यान
अर
सोचती
कै कोई
देखै मन्नै।

</poem>
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