भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

फरक / ॠतुप्रिया

665 bytes added, 11:41, 8 जुलाई 2017
'{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=ॠतुप्रिया |अनुवादक= |संग्रह=सपनां...' के साथ नया पृष्ठ बनाया
{{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=ॠतुप्रिया
|अनुवादक=
|संग्रह=सपनां संजोवती हीरां / ॠतुप्रिया
}}
{{KKCatKavita}}
{{KKCatRajasthaniRachna}}
<poem>
अेक काट’र
पांच लगायां
कुण सा पाप
धुपज्यै

हित्या तो हित्या है
अेक माणस सनै
मार’र
पांच जामण सूं
किस्या पाप धुपै

जीव तो जीव है
रूंख अर मिनख में
कद मिटसी फरक।

</poem>
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader
8,152
edits