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Kavita Kosh से
कमजोर धेरैकै हातबाट मुक्त गरेर
पृथ्वीलाइ पाञ्चालीकै गौरव प्रदान गर्ने कामनाले
सल्लाह गर्दैछौ आपसमा पाँचौटै भाइ* ~ हामीहरु ।
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