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}}
{{KKCatKavita}}<poem>तुम्हें भूल जाना होगा समुद्र की मित्रता <br>और जाड़े के दिनों को<br>जिन्हें छल्ले की तरह अंगुली में पहनकर<br>तुमने हवा और आकाश में उछाला था<br>पंखों में बसन्त को बांधकर <br>उड़ने वाली चिडिया को पहचानने से<br>मुकर जाना ही अच्छा होगा...... <br><br>
तुम्हारा पति अभी बाहर है तुम नहाओ जी भर कर <br>आइने के सामने कपड़े उतारो<br>आइने के सामने पहनो<br>फिर आइने को देखो इतना कि वह तड़कने को हो जाए<br>पर तड़कने के पहले अपनी परछाई हटा लो<br>घर की शान्ति के लिए यह ज़रूरी है<br>क्योंकि वह हमेशा के लिए नहीं<br>सिर्फ़ शाम तक के लिए बाहर है<br>फिर याद करते हुए सो जाओ या चाहो तो अपनी पेटी को<br>उलट दो बीचोंबीच फ़र्श पर<br>फिर एक-एक चीज़ को देखते हुए सोचो<br>और उन्हें जमाओ अपनी-अपनी जगह पर<br><br>
अब वह आएगा<br>तुम्हें कुछ बना लेना चाहिए<br>खाने के लिए और ठीक से<br>हो जाना होगा सुथरे घर की तरह<br>तुम्हारा पति<br>एक पालतू आदमी है या नहीं<br>यह बात बेमानी है<br>पर वह शक्की हो सकता है<br>इसलिए उसकी प्रतीक्षा करो<br>पर छज्जे पर खड़े होकर नहीं<br>कमरे के भीतर वक्त का ठीक हिसाब रखते हुए<br>उसके आने के पहले<br>प्याज मत काटो<br>प्याज काटने से शक की सुरसुराहट हो सकती है<br>बिस्तर पर अच्छी किताबें पटक दो<br>जिन्हें पढ़ना कतई आवश्यक नहीं होगा<br>पर यह विचार पैदा करना अच्छा है<br>कि अकेले में तुम इन्हें पढ़ती हो.......</poem>
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