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दमड़ी / ब्रजमोहन

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चमड़ी तो फिर आ जाएगी, दमड़ी आए न आए
रे भैया दमड़ी का ही राज
दमड़ी के सर पे ही ताज दुनिया दमड़ी की मोहताज... हो...
सारा ख़ून-ख़राबा लूट और मारकाट के क़िस्से
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