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Kavita Kosh से
* [[अब खता होगी न कोई न शरारत होगी / कांतिमोहन 'सोज़']]
* [[अब ये ठानी है कि दुनिया में उसे रुसवा करें / कांतिमोहन 'सोज़']]
* [[आँखों से अभी अश्क रवाँ लब पे फ़ुग़ाँ है / कांतिमोहन 'सोज़']]
* [[आपकी शोलमिज़ाजी को अदा मानते हैं / कांतिमोहन 'सोज़']]
* [[आप क्यूँ शर्मसार होते हैं / कांतिमोहन 'सोज़']]