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					जब से आदमी ने मेरे हृदय को टुकड़े-टुकड़े किया और 
उन टुकड़ों से अपने महल बनाए, सजाए 
रंग-बिरंगे महल---लीलाओं, मंत्रणाओं, यात्राओं यंत्रणाओं के महल 
तुरंत ढह जाने वाले पुल और 
बह ढह जाने वाली सड़कें बनायीं
 
	
	

