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खेल नहीं हारता / सुरेश चंद्रा

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नियम और शर्त खेल के
खेल मे में इज़ाज़त है
तुम्हें, खेलने के लिये
आख़िरी दम तक
ऐलान नहीं कर सकते जीत अपनी, मद में
खेल मे में मुँह है, मगर हैं, आँख और कान भीखेल मे में शातिर होने पर भारी है माहिर होना
मगर, सबसे ज़रूरी है, ज़ाहिर होना
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