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ख़ालिद मुत्तावा द्वारा अरबी से किए गए उनकी कविताओं के अंग्रेज़ी अनुवादों का संग्रह 'विदाउट एन अल्फाबेट, विदाउट ए फेस' 2002 में प्रकाशित और चर्चित हुआ था.
हिंदी में '''अशोक पांडे''' ने उनकी कई कविताओं का अनुवाद किया है. उन्हें यहां पढ़ा जा सकता है. '''सादी यूसुफ़ की कुछ और कविताएं''' [http://kabaadkhaana.blogspot.com/search/label/%E0%A4%B8%E0%A4%BE%E0%A4%A6%E0%A5%80%20%E0%A4%AF%E0%A5%82%E0%A4%B8%E0%A5%81%E0%A5%9E]