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/* ग़ज़लें */
* [[वह जिन लोगों का माज़ी से कोई रिश्ता नहीं होता / अनवर जलालपुरी]]
* [[ख़राब लोगों से भी रस्म व राह रखते थे / अनवर जलालपुरी]]
* [[ज़ुल्फ़ को अब्र का टुकड़ा नहीं लिख्खा मैंने / अनवर जलालपुरी]]
* [[उससे बिछड़ के दिल का अजब माजरा रहा / अनवर जलालपुरी]]
* [[कारोबार-ए-ज़ीस्त में तबतक कोई घाटा न था / अनवर जलालपुरी]]