भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
मैंने जैसा कल था चाहा
वैसा ही स्वीकार किया
 
रचनाकाल-14 फरवरी 2011
</poem>
Mover, Protect, Reupload, Uploader
6,612
edits