भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

लाज / ॠतुप्रिया

705 bytes added, 15:08, 3 अप्रैल 2018
'{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=[[ॠतुप्रिया]] |अनुवादक= |संग्रह=ठा’...' के साथ नया पृष्ठ बनाया
{{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=[[ॠतुप्रिया]]
|अनुवादक=
|संग्रह=ठा’ नीं कद हुज्यावै प्रेम / ॠतुप्रिया
}}
{{KKCatKavita}}
{{KKCatRajasthaniRachna}}
<poem>
पाग
मिनख री लाज हुवै
मूँछ
मिनख री लाज हुवै
अर लुगायां रौ
गैणौ हुवै लाज

अबै लोग नां पाग पैरै
नां मूँछ्यां राखै
अर लुगायां
नीं पैरै गैणौ

सोचूं
कै कठै सूं आयसी
लाज।

</poem>
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader
8,152
edits