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|विविध=
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''हर उस बेटे के नाम''<br>
''जिसे माँ याद है''<br><br>
''इस किताब से हासिल की गई तमाम आमदनी “माँ फ़ाउण्डेशन” की ओर से ज़रूरतमन्दों की इमदाद के लिए ख़र्च की जाएगी।'' '''--मुनव्वर राना'''<br><br>
[[माँ (कविता) / मुनव्वर राना]]