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{{KKShayar}}
====ग़ज़ल====
* [[अपने हालात में बदलाव नहीं चाहता मैं ज़र्द पेड़ों को हरे ख़्वाब दिखाना चाहें / विकास शर्मा 'राज़']]* [[दिल-खंडर में खड़े हुए हैं हम रात बढ़ती है तो चढ़ता है जुनूँ का दरिया / विकास शर्मा 'राज़']]* [[फिर वही शब वही सितारा है चल रहे थे नज़र जमाये हम / विकास शर्मा 'राज़']]
* [[रोज़ ये ख़्वाब डराता है मुझे / विकास शर्मा 'राज़']]
* [[हवा बहने लगी मुझमें पसे-ग़ुबार आई थी सदा मुझे / विकास शर्मा 'राज़']]* [[मंज़िलों से भी आगे निकलता हुआ मैं अपने आसपास ही बिखर रहा था / विकास शर्मा 'राज़']]* [[हाथ पर हाथ रख के क्यों बैठूँ उम्र भर एक ही सफ़र में रहा / विकास शर्मा 'राज़']]* [[बस उतना ही पढ़ा मैंने कि जो निसाब में था हाथ पर हाथ रख के क्यों बैठूँ / विकास शर्मा 'राज़']]* [[बारिश में अक्सर ऐसा हो जाता फिर वही शब वही सितारा है / विकास शर्मा 'राज़']]* [[मिरा ही लहू है गुलो-ख़ार रात की ग़ार में उतरने का / विकास शर्मा 'राज़']]* [[बिन तुम्हारे कितना बेतरतीब-सा रहता हूँ मैं सबके आगे नहीं बिखरना है / विकास शर्मा 'राज़']]
* [[फ़सीले-शब पे तारों ने लिखा क्या / विकास शर्मा 'राज़']]
* [[ज़िन्दगी की हँसी उड़ाती हुई / विकास शर्मा 'राज़']]
* [[सबके आगे नहीं बिखरना है / विकास शर्मा 'राज़']]
* [[दाग़ होने लगे ज़ाहिर मेरे दिल-खंडर में खड़े हुए हैं हम / विकास शर्मा 'राज़']]* [[ग़मे-फ़िराक़ ख़िज़ाँ में मिले तो अच्छा कोई उसके बराबर हो गया है / विकास शर्मा 'राज़']]
* [[अज़ल से बंद दरवाज़ा खुला तो / विकास शर्मा 'राज़']]
* [[उमीद, आस, अक़ीदा, दुआ, ख़ुदा सब कुछ जिस वक़्त रौशनी का तसव्वुर मुहाल था / विकास शर्मा 'राज़']]* [[पतझड़ बहार कोई बड़ा मसअला नहीं रात भर बर्फ़ गिरती रही है / विकास शर्मा 'राज़']]
* [[हवा के वार पे अब वार करने वाला है / विकास शर्मा 'राज़']]
* [[आँसुओं से उसे मनाऊँ अब न हमसफ़र है न हमनवा है / विकास शर्मा 'राज़']]* [[अब रवानी से हवा के साथ यारी हो गई है नजात मुझे / विकास शर्मा 'राज़']]* [[रूह कुम्हलाई चेहरे मुरझाये क़ाफ़िले से अलग चले हम लोग / विकास शर्मा 'राज़']]* [[फ़िक्र का कारोबार बदन पहले कभी छिलता नहीं था मुझमें / विकास शर्मा 'राज़']]
* [[ज़र्रों की बातों में आने वाला था / विकास शर्मा 'राज़']]
* [[ ज़ात के दश्त से गुज़रने की / विकास शर्मा 'राज़']]