भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
Changes
Kavita Kosh से
|संग्रह=
}}
{{KKCatGhazal}}
{{KKCatKavita}}
{{KKCatDalitRachna}}
<poem>
रात में आँसू ही आँखों में उमड़ आते हैं