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'''चार धाम गंगा-जमना से, 68 तीर्थ के! न्यारे,'''
'''करके नै अस्नान देखिये, नाम गिणादूं मैं सारे॥टेक॥सारे ॥टेक॥'''
गौमुखी, गंगोत्री, गौमती, ऋषिकेश, गढ़, हरिद्वार,