भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
Changes
Kavita Kosh से
{{KKCatHaryanaviRachna}}
<poem>
काव्य विविधा - (अनुक्रमांक- 20) जवाब - मालदेव का।) '''जयमल नए डिजाईन की ना देखीभाली, साड़ी तनै कितै मंगवाली ॥ टेक॥'''
इस साड़ी नै बांधण आली, पार्वती भोले की,
सिंग्लदीप की पदमनी सै, कोए रुक्के-रोले की,