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|मृत्यु=
|कृतियाँ=वियतनाम : अग्निसागर में खिला कमल’
|विविध=बौद्ध भिक्षु, शान्तिकर्मी, लम्बे समय तक निर्वासन में फ़्रांस में रहने के बाद 2005 में स्वदेश वापसी। अपनी पुस्तक ’वियतनाम : अग्निसागर में खिला कमल’ में इन्होंने ’आबद्ध बौद्ध दर्शन’ नामक एक नई अवधारणा प्रस्तुत की, जिसमें बौद्ध दर्शन को रोज़मर्रा के जीवन में ढालने के तरीके बताए गए हैं।
|जीवनी=[[थीक न्हात हन / परिचय]]
|अंग्रेज़ीनाम=hích Nhất Hạnh