भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

झड़(2) / लक्ष्मीनारायण रंगा

501 bytes added, 07:14, 24 जुलाई 2018
'{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=[[लक्ष्मीनारायण रंगा]] |अनुवादक= |स...' के साथ नया पृष्ठ बनाया
{{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=[[लक्ष्मीनारायण रंगा]]
|अनुवादक=
|संग्रह=सावण फागण / लक्ष्मीनारायण रंगा
}}
{{KKCatKavita}}
{{KKCatRajasthaniRachna}}
<poem>
लागै‘क
हवावां करलियो
अपरण
बाळकिये-बादळ रो
अर
आभौ धरती
बापड़ा
तरसै झूरै
लगोलग।
</poem>
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader
8,152
edits