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बर्गे-नै / नासिर काज़मी

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* [[मुद्दत हुई कि सैरे-चमन को तरस गये / नासिर काज़मी]]
* [[रंग दिखलाती है क्या क्या उम्र की रफ्तार भी / नासिर काज़मी]]
* [[होती है तेरे नाम से वहशत कभी कभी / नासिर काज़मी]]* [[गिरफ़्तागिरिफ़्ता-दिल हैं बहुत / नासिर काज़मी]]
* [[अव्वलीं चाँद ने क्या बात सुझाई मुझ को / नासिर काज़मी]]
* [[ख़याल-ए-तर्क-ए-तमन्ना न कर सके तू भी / नासिर काज़मी]]
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