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{..इस कविता में तीन आवाज़ें हैं: 1- उद्धरणों में गले के कैंसर से पीड़ित एक तानाशाह की, 2- कोष्ठक में उसका इलाज कर रहे डॉक्टरों की, 3- और तीसरी एक टीकाकार की..
यह कविता रानी विक्टोरिया के सबसे बड़े पोते जर्मनी के राजा 'कैसर विल्हेल्म' को 'थ्रोट कैंसर' होने की ख़बर छपने पर लिखी गयी थी (हालाँकि ख़बर ग़लत थी)। टीकाकार कविता में उन सारी तरह की मौतों का उल्लेख करता है जो 'कैसर' के युद्धों में हुईं।
इस कविता को किपलिंग की 'मोस्ट सेवेज' कविता कहते हैं यानी 'सबसे बदतहज़ीब'..}
 
"ये राज है वो जो कानून से ऊपर है
इस राज का अस्तित्व है केवल राज के लिए"
..क्या पूछ रहा है वह अपनी आँखों से?
हाँ हाँ, हुज़ूर, स्वर्ग में, बिल्कुल! तय है]
 
{इस कविता में तीन आवाज़ें हैं: 1- उद्धरणों में गले के कैंसर से पीड़ित एक तानाशाह की, 2- कोष्ठक में उसका इलाज कर रहे डॉक्टरों की, 3- और तीसरी एक टीकाकार की।
 
यह कविता रानी विक्टोरिया के सबसे बड़े पोते जर्मनी के राजा 'कैसर विल्हेल्म' को 'थ्रोट कैंसर' होने की ख़बर छपने पर लिखी गयी थी (हालाँकि ख़बर ग़लत थी)। टीकाकार कविता में उन सारी तरह की मौतों का उल्लेख करता है जो 'कैसर' के युद्धों में हुईं।
 
इस कविता को किपलिंग की 'मोस्ट सेवेज' कविता कहते हैं यानी 'सबसे बदतहज़ीब'}
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