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Kavita Kosh से
कितनी ख़ुश थी आजी
जब मैनें पूछा था
कान के छिद्रों में अपनी कानी उंगली उँगली घुसाते हुए —
आजी ! आप पाँच-पाँच बालियाँ पहनती थीं कानों में ?