भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
Changes
Kavita Kosh से
/* कुछ प्रतिनिधि रचनाएँ */
* [[रोज़-रोज़ का मरना, जीना कितनी बार / जयप्रकाश त्रिपाठी]]
* [[लड़ती हुई लड़की / जयप्रकाश त्रिपाठी]]
* [[लूटा यश, क्या अपयश लूटा / जयप्रकाश त्रिपाठी]]
* [[वक़्त को मोड़ें / जयप्रकाश त्रिपाठी]]
* [[वक़्त बह गया / जयप्रकाश त्रिपाठी]]