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/* बुन्देली ग़ज़लें */
* [[रिश्तों को मुट्ठियों की ज़दों में छुपा लिया / महेश कटारे सुगम]]
====बुन्देली ग़ज़लें====
* [[रोटी नईंयाँ पानी नईंयाँ / महेश कटारे सुगम]]
* [[कभऊँ गाँव में आकें देखौ / महेश कटारे सुगम]]
* [[बचनें है खेंचातानी सें / महेश कटारे सुगम]]