भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

मानिस / कृष्ण पाख्रिन

412 bytes added, 10:06, 1 अगस्त 2019
'{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=कृष्ण पाख्रिन |अनुवादक= |संग्रह= त...' के साथ नया पृष्ठ बनाया
{{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=कृष्ण पाख्रिन
|अनुवादक=
|संग्रह= तिमी लहर नदीको / कृष्ण पाख्रिन
}}
{{KKCatKavita}}
{{KKCatNepaliRachna}}
<poem>

माने मानिस
नमाने बाँदरको सन्तान
यही हो ईश्वरको बरदान ।

</poem>
Mover, Reupload, Uploader
9,783
edits