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Kavita Kosh से
<poem>
सड़क के किनारे
बर्फ में धँसे टेंट टेण्ट में
जब मैं पैदा हुआ था
मेरी माँ ने कहा —
तुम्हारे माथे पर
दोनों भौंहों के बीच
लिखा है ’श’ ’आर’ —
कहा था शरणार्थी शिविर में
एक शिक्षक ने !