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<poem>
म्हैं जद छोटा थकां हा
म्हानै मांगीलाल गुरूजी
एक बात हमेशा केंवता कै-

"बेटा दुनिया रोज बदलै"

अबै जद कदैई मिलसी गुरूजी
म्हैं वां'सू एक बात जरूर पूछूंला-

"गुरूजी औ जेकेलोन आगै बण्योडै़ फुटपाथ
अर फुटपाथ माथै सूत्योत्डौ़ ओ रामेसर बदलै क्यूं कोनी?
</poem>
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