भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
यह मौसम कितना उदास लगता है —
तुम बिन !
नई हवा की छुवनबोल पंछी के नए नएसब कुरदते याद तुम्हारीमन पर सब उनये; यह मौसम कितना उदास लगता है —तुम बिन !
</poem>
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader
54,410
edits