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#रचना_महावीर_जोशी_पुलासर_सरदारशहर_राजस्थान
 
== मानव ==
 
मानव तेरे
 
रूप भयंकर
 
अलग अलग
 
सब मे है अन्तर
 
कोई हीरा
 
कोई निकले कंकर
 
कई कपटी
 
कई भोला शंकर
 
नरभक्षी
 
करते कुछ तांडव
 
कई मानव
 
कई लगते दानव
 
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By. महावीर जोशी पुलासर
 
सरदारशहर (राजस्थान)