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/* ग़ज़ल एवं नज़्म */
* [[उसने कहा सुन / फ़राज़]]
* [[उसने सुकूत-ए-शब में भी अपना पयाम रख दिया / फ़राज़]]
* [[ऐसे चुप हैं के ये मंज़िल भी कड़ी हो जैसे / फ़राज़]]
* [[कठिन है राहगुज़र थोड़ी दूर साथ चलो / फ़राज़]]