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|रचनाकार=नोमान शौक़
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अतीत की छाया<br />
जब वर्तमान पर पड़ती है<br />
या उन्हें प्रसन्न करने के लिए<br />
एक पूरे काल की ममी बना कर<br />
पढ़े -लिखे सम्भ्रांत लोगों द्वारा<br />
मिस्र के सम्राटों की तरह<br />
दफ्न कर दिया जाता है<br />
इसके हाथों की जगह<br />
किसी गुरिल्ले का हाथ<br />
आंखों आँखों की जगह सांप साँप की आंखेंआँखें<br />दांतों दाँतों की जगह भेड़िये के दांत।दाँत।<br />
यथार्थ विकृत हो जाता है<br />
व्यवस्था के हाथ में आते ही<br />
एक शीत युध्द -युद्ध शुरू हो जाता है<br />
अतीत और वर्तमान में<br />
दु:स्वप्न बन जाता है<br />
इतिहास में बच जाते हैं<br />
केवल गुरिल्ले के हाथ<br />
सांप साँप की आंखेंआँखें<br />भेड़िये के दांतदाँत<br />और किसी दानव का क्रूर -अटट्हास ।<br />
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