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{{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=नोमान शौक़
}}
जहाँ तक जल्द हो सके<br />
बंद कर देनी चाहिये<br />
मक़तूल की आँखें<br />
वरना<br />
सफ़ेदपोशों की तस्वीरें<br />
जम जाती हैं<br />
काली पुतलियों पर<br />
तुरन्त !