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आपबीती / नंदा पाण्डेय

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मेरी कविताओं को शांति देना..!
चाँद चंद हाँफते हुए शब्द दौड़ते हुए आये और
कान में बुदबुदा गए---
जो मेरी कल्पना से परे था...
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