भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
Changes
Kavita Kosh से
17 bytes removed,
15:37, 20 अगस्त 2020
|रचनाकार= मीराबाई
}}
[[Category:पद]]{{KKCatPad}}<poem>बसो मोरे नैनन में नंदलाल।<br>मोहनी मूरति सांवरि सूरति, नैणा बने बिसाल।<br>अधर सुधारस मुरली राजत, उर बैजंती-माल।।<br>छुद्र घंटिका कटि तट सोभित, नूपुर सबद रसाल।<br>मीरा प्रभु संतन सुखदाई, भगत बछल गोपाल।।<br><br/poem>